Tuesday, January 31, 2023

नाज़ुक हाथ, नरम कलाई, और जरा सा दिल,

मै अक्सर हस देता हूं उनके हाथ में चाकू देख कर

Saturday, January 28, 2023

 आपकी पांव की १ ठोकर से पलट(लोट) आयेगा ।

साहेब दर्द..., पहलू से जुदा होकर कहां जाएगा ।।

 वो ज़ख्म जो इलाज़ की हद से गुज़र गए हैं ।

वो..., वो तेरी नज़र के इशारों से भर गए हैं ।।