जो मेरे ख्यालो में मचलता है ,
मेरे शीने में आता क्यों नहीं !
वो मेरे सामने आता क्यों नहीं !
दिल को भाया वो अपना है,
एक सुन्दर सा वो सपना है !
ऐसे क्यूँ रूठे बार बार,
उसे मेरा ख्याल आता क्यों नहीं !
वजहा में जो होता नहीं ,
फिज़ाओ में जो खोता नहीं !
ऐसा इश्क़ है मेरा पर ,
वो मेरी मुहब्बत में काफ़िर होता क्यों नहीं !
Nov. 25, 2018
--- written by Honey k. A.
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