न जाने वो दिन कब आएगा।
के तू मेरी साँसो को अपनी बताएगा।
के दूर कही से तेरी खुशबू आयी है ,
पर न जाने कौन तेरा पता लाएगा।
वो थाँ कैसे ढूँढू ,
जहा तू रहती और तेरा साया।
ये दिन तो कट जायेगा,
ये पल भी काट जायेगा।
पर जो बरपा क़हर तेरी जुदाई से ,
भला वो कैसे रुक पायेगा।
Feb. 08, 2019
Written by :- Honey A. Dhara
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