Thursday, January 30, 2020

जो मैंने पाले रखा भरम। . . . उसका क्या।

जो मैंने खोयी ख़ुशी।  . . उसका क्या। 
जो मैंने पाये ग़म।  . .  उसका क्या। 
अब तू मेरे हालत को देखकर उदास क्यों है,
जो तूने दिए ग़म।  . . . उसका क्या।




चलो माना हमारी किस्मत में नहीं था साथ,
मगर जो तूने तोडा वादा।  . . उसका क्या। 
अब कोई दोष ना दे, ना दे वाक्या कोई ,
जो मैंने निभाया वादा।  . . . उसका क्या। 

और तूने कहा था के हनी तेरे बग़ैर मेरा वजूद नहीं।,
मेरा बिना मुक्क़मल। . . .  उसका क्या। 
तूने तो हर किया वादा तोड़ा, तोड़ी हर क़सम ,
और जो मैंने पाले रखा भरम।  . . . उसका क्या। 

मैंने ख़ुद को तुझ में खोया।  . . . उसका क्या। 
आँखों को सुझाया।  . . .  उसका क्या। 
में भुला नहीं तेरा साया तक ,
और तूने मुझको भुलाया।  . . . उसका क्या। 


Written by :- Honey A. Dhara
January  31  , 2020
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