मैंने अपने सब सपने कील लिए।
. . . खैर छोड़ो उसका क्या ?
मेरी आँखे जागे बिन नींद लिए।
. . . खैर छोड़ो उसका क्या ?
हम आँखे मुंध कर चले तेरे कदमो पर,
तूने मुझसे मेरे रास्ते छीन लिए
. . . खैर छोडो उसका क्या ?
मगर हदिशा तो ये रहा हमरे साथ,
तूने पंख तो दिए पर छीन लिए।
. . . खैर छोडो उसका क्या ?
Written by :- Honey A. Dhara
February 03 , 2020
February 03 , 2020
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