Tuesday, June 21, 2022

ख़्वाब

 

ख़्वाब में तितलियां हैं, चांद हैं, तारे हैं।
ख़्वाब में तुम मेरे हो, और ये सब तुम्हारे हैं।।

ख़्वाब में हम भीगते है जैसे कोई बारिश हो,
ख़्वाब एक धुंधली वादी है,
जैसे बदलो की कोई साजिश हो ।।

ख़्वाब एक शख्त ख्वाब सा है
जैसे ये चेहरा जराब सा है ।।
ख़्वाब जैसे फूल लग रहा हो,
थोड़ा मोती थोड़ा गुलाब सा हैं ।।

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