तुझको रोशन रखे और उजाला करे ।
किस तरह हम खुद को सितारा करें ।।
कहने वाले तो ये भी कहते है,
हम मोहब्बत नहीं दिखावा करें ।।
फिक्र जिसको नहीं हमारी कोई,
किस लिए फिर उसको हम पुकारा करे ।
जब नहीं बना सादगी से काम
हम ने खुद को कहा दिखावा करे ।
उनसे रखना ही क्यों तवक्वो कोई,
अपना मुश्किल से जो गुजारा करें ।।