Thursday, April 4, 2019

माइल की वजहा जान ली।

तेरी हर बात मान ली, हमने तेरी रजा जान ली। 
ये ही के तेरे इंकार की वजह जान ली। 
खुश गुमान होले जरा इसमें कोई बद-नियत नहीं ,

Wednesday, April 3, 2019

कागज़ पे उतरा वरक़ सा लगे।
तेरा इश्क़ हनी मख़लूत हरफ़ सा लगे
जिसे पढ़ना भी आसान नहीं ,
और भूलना भी आसान नहीं।


April 4, 2019
Written by :- Honey A. Dhara
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Monday, April 1, 2019

सोच रहा हूँ :- Written by Honey A. dhara

सोच रहा हूँ :-  Written by Honey A. dhara

सोच रहा हूँ अपना ऐसा अंज़ाम कर लूँ 
तेरे इश्क़ में ख़ुद को बदनाम कर लूँ। 
सुना है बड़ी बेख़ौफ़ फिरती है तू इश्क़े बाज़ार में ,