किसी की चीज पर मेरा,
कोई जोर नहीं चलता !
अपना वस, अपने पे चलता है,
कहीं ओर नहीं चलता !
££ ££ ©©©©
ये तो वक्त हैं बदलना फिदरत इसकी,
सदा किसी का दौर नहीं चलता !
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जाना था गाँव मगर
फसकर रह गया हनी,
लॉक डाऊन में कोई वाहन
हरामखौर नहीं चलता !
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और ऐसा क्या है तुझमें ऐ ज़ालिम,
जो तेरे सिवा इस दिल में,
कोई हौर नहीं चलता !
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Written by :- Honey A. Dhara
May 12 , 2020
May 12 , 2020
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