मै तेरे शहर से जाउँगा जिस दिन...!!
तन्हाई तुझपे कहर बरपाएगी...!
...मै तेरे शहर से जाउँगा जिस दिन...!!
ख़ुशी पल भर राश ना आएगी...!
...मै तेरे शहर से जाउँगा जिस दिन...!!
ये गली चौबारे मेरी जान जब पूछेंगे मेरे बारे ,
उन्हें क्या क्या बताओगी...!
...मै तेरे शहर से जाउँगा जिस दिन...!!
नहीं दस्तयाबी रिज़क की मुझे मेरे मौला,
मगर मातम तू भी मनाएगी...!
...मै तेरे शहर से जाउँगा जिस दिन...!!
हथेली पर कभी दिवार पर लिखती हो नाम हनी,
फिर सरेआम टुटा दिल बनओगी...!
...मै तेरे शहर से जाउँगा जिस दिन...!!
सिये जा खद्दो - खाल कहाँ तेरी शर्ते कहाँ तेरा इंकार
बाबिन सी खाली हो जाओगी...!
मै तेरे शहर से जाउँगा जिस दिन...!!
~© Honey Kumar Munakhiya
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