Tuesday, January 29, 2019

ऐतबार

वे थोड़ा तो ऐतबार हम पर भी कर लिया कर।
खुशी में ना सही.. .         ना सही,
ग़म में ही शामिल कर लिया कर।

Written by :- Honey A. dhara


Friday, January 18, 2019

अरछ

निशाँ क्रोरो शौक आदभुत  भया !
उवी, श्रंरंग जुविभ वत्सा !

Written by :- Honey A. Dhara

Saturday, January 12, 2019

तेरी याद




जैसे रोज़ सुबह आयी शाम होने के बाद !ऐसे हमे तेरी याद आयी तेरे चले जाने के बाद !



Wednesday, January 9, 2019

शहर क्यों नी गाँव आंदा !

यार ये सवाल है , या पज़ल है ,
या है उलझा हुआ रास्ता कोई ,
ये समझ  को नी आंदा !

मतलब हर बार गाँव ही क्यों शहर जावे ,
कदे शहर क्यों नी गाँव आंदा !

Tuesday, January 8, 2019

तन्हा - तन्हा फिरता हूँ

   तन्हा -  तन्हा   फिरता हूँ

क्यों जुदा -  जुदा  सा फिरता हूँ !
क्यों खफा - खफा सा फिरता हूँ !
सोचता हूँ कोई वजहा है या ,

Sunday, January 6, 2019

जान लेते हो !

चलो तेरे कहने से हर पीड़ भूल जाते है !
और हम तेरी हर बात मान लेते है  !

Tuesday, January 1, 2019

विचार (thought)

व्यक्ति की मुश्किल घडी को
हौसला और सबर ही
आसान कर सकता है |


The hard moment of the person
can make easier by
Patience and Courage or pathos.

 :- Honey A. Dhara