Saturday, January 12, 2019

तेरी याद




जैसे रोज़ सुबह आयी शाम होने के बाद !ऐसे हमे तेरी याद आयी तेरे चले जाने के बाद !





के मैंने  जान बुझ कर ,
ख्यालो की बुनियाद बन कर।
चुन चुन कर रखे है ख्वाब तेरे।

वो साँझ जिसमे ,
तेरी याद ना मिले
मैं ही जणू कैसे ढले ख्याल तेरे।

Written by Honey A. Dhara

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