यार ये सवाल है , या पज़ल है ,
या है उलझा हुआ रास्ता कोई ,
ये समझ को नी आंदा !
मतलब हर बार गाँव ही क्यों शहर जावे ,
कदे शहर क्यों नी गाँव आंदा !
या है उलझा हुआ रास्ता कोई ,
ये समझ को नी आंदा !
मतलब हर बार गाँव ही क्यों शहर जावे ,
कदे शहर क्यों नी गाँव आंदा !
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