Friday, March 20, 2020

अदभुद शायरी कोरोना वायरस

तुम जो इतना छीके जा रहे हो।
क्या तुम कोरोना छिपा रहे हो। 
गले में खाँसी और मास्क मुँह पर ,
क्या तुम भी इटली से आ रहे हो।

(कैफ आजमी जूनियर ) 

कोई हाथ भी न मिलाएगा ,
जो गले में थोड़ी खराश हो
ये कोरोना 19  का जहर है ,
बड़े फैशले से मिला करो।

( बशीर बद्र  - II  )

नएकमरे में सेनिटाइज़र,
पुराने कौन रखता है।
बिना ग्लोब्ज़ पहने अब
फ्रिज में पानी कौन रखता है।

हमीं एक मास्क मुद्दत से पहने है
अब टॉक वार्ना ,
सलीके से कोरोना की निशानी कौन रखता है।

स्त्रोत :- अख़बार 

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