Monday, April 13, 2020

नहीं आता। by #Honey_Awara_Shayar

क्या वाकई तुझे मेरा एहसास नहीं होता। 
क्या वाकई में तेरे ख्वाबो में नहीं होता। 


अगर ये सच है तू बता दे मुझे,
आखिर तू मुझे सच सच क्यों नहीं बताता। 

तू कभी तो नींद बनकर मुझे,
और फिर मेरे ख्वाबो में जी। 
कभी तो आ साँस बनकर मुझे,
और मेरी साँसों में जी। 

क्या वाकई तुझे मुझपर तरस नहीं आता। 
क्या वाकई तुझे मुझपे प्यार नहीं आता। 
मुझे तो रोज़ सताता है तू ख्वाबो में ,
क्या वाकई तुझे मेरा ख्वाब नज़र नहीं आता। 
क्या वाकई तुझे मेरी आँखों में इंतज़ार नज़र नहीं आता। 

Written by :- Honey A. Dhara
April  14 , 2020
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