Thursday, December 6, 2018

Friendz Forever - Written by Honey A. Dhara

के दोस्ती की मिसाल बताऊ ,
अर कितने उनके एहसान गिनाऊ !

ज़िद्द के घणे पक्के हो ,
पर दिल के बड़े सच्चे हो !



दोस्तों की हर बात निराली हो जा ,
अर जेठ की दोपहरी में छाँ निराली हो जा !

दोस्ती का रूप हर दफ़ा अलग हो जा ,
कभी मौर्य तो कभी अंतोष हो जा !

यार तम याद तो बहुत आओ ,
अर अकेले बैठे हुए को भी बहुत हसाओ !

परमिंदर हाल न समझे,
तो कभी सोनू हो जा !

याद है तुम्हे जब कॉलेज कैम्प में जावे थे,
40 रुपए की थाली में सारे खावै थे !

सचिन तो मेरी खातर ढलान  बाण  जा ,
अर  मेरी मंजिल में, वो आश बाण जा !

 06/12/2018
 Written by Honey A. Dhara

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