Friday, December 27, 2019

ऐसे तो मर जाऊँगा मैं. . .

#HoneyAwaraShayar





बिना मंजिल के घर से निकला हूँ,
किधर जाऊँगा मैं। 
तेज़ हवाएं, सर सर साँसे 
ऐसे तो बिख़र जाऊँगा मैं। 

और चौखट टूटी, दर बंद पड़ा हैं,
आँगन पुकारेगा जिधर जाऊँगा मैं। 

और मैं बहते दरिया में हूँ ,
छत का कोई आसरा नहीं है.
यार ऐसे तो मर जाऊँगा मैं। 

Written by :- Honey A. Dhara
December  27  , 2019
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