ज़िन्दगी में कभी मंज़र हसीन देखेंगे ।
खुशी को घर में होते मकीन देखेंगे ।।
हुनर पे मेरे तुम भी देंगे तवज्जो,
शक्ल और फटी आस्तीन देखेंगे ।।
हमरा इश्क का इम्तेहान ऐसा होगा,
सुकून दिल का हम छीन लेंगे ।।
यकीन हैं हमें, मोहब्बत ये कायनात बदल देगी,
जिस दिन गुलाब पे खिले जैसमिन देखेंगे ।।
वो अपने ऐब कभी देखते नहीं,
लेकिन मेरे ऐब लगाकर खुर्दबीन देखेंगे।।
मुझे जंग का कोई शौक नहीं,अगर ,
चाहता है तू तो तुझे हम जैसे चीन देखेंगे ।।
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