Wednesday, August 17, 2022

में बन जाऊंगा कण कोई फलक में,

तुम चांद देखना हम ज़मीन देखेंगे ।।


फिर देखोगी तुम मुझे ताज़्जुब भरी नज़रों से,

और हम तुझे होते गमगीन देखेंगे ।।


जो रखते है ईश्वर पर, और खुदा पे भरोसा,

हनी वो बंदे अंधेरों में भी महरीन देखेंगे ।।

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